Iftar ki Dua
रोजा खोलने के लिए जरूरी है की आपको Iftar ki Dua मालूम हो। इसलिए रमजान में इफ्तार की दुआ का बोहोत ज्यादा एहमियत हैं। जब रोज़ा खोलने का समय हो जाये तब आप इस वेबसाइट पर दी गयी इफ्तार की दुआ को पढ़े और बाद में रोजा खोलने की शुरुवात करे और इस वेबसाइट को बुकमार्क कीजिये ताकि आपको इफ्तार की दुआ ढूंढने में दिक्कत ना हो।
रमजान का महीना सिर्फ एक महीना नहीं होता, ये आपकी जिंदगी को बदलने का अवसर होता हैं। हम जितना भी इसके बारे में जानकारी शेयर करे उतनी कम ही हैं। अगर आप मुस्लमान हैं तो रमजान आपकी जिंदगी का एक अहम हिस्सा हैं। इस महीने में मुसलमान रोज़े रखते हैं, जिसे रखना हर किसी मुस्लिम व्यक्ति को फ़र्ज़ हैं। आप इस वक्त में रोज़े रखने हैं। जब रोज़े का वक्त ख़त्म हो जाता हैं, तब आप रोज़े खोल सकते हैं।
इस महीने में आपको दान, नमाज़, और रोज़े इस पर खास ध्यान देना हैं। इस महीने में क़ुरान को पढ़ना ज्यादा फायदेमंद होता हैं और इस वक्त में किये गए नेक कामोंको कई गुना माना जाता हैं। रमजान का आखरी दिन चाँद को देखकर तय किया जाता हैं। कभी ऐसे हालत हो जाते हैं की चाँद दीखता नहीं तो ऐसेमे ३० दिन पुरे होने के बाद ईद को घोषित किया जाता हैं।
Iftar ki Dua
रमजान में रोज़े को रखने से पहले आपको सेहरी करनी होती हैं, जिसमे आप खजूर खा सकते हैं। आपको बता दूँ की सेहरी करना बोहोत ही आवश्यक हैं, क्योंकि उसके बिना आप दिनभर बिना खाये और पानी पिए नहीं रह पाएंगे। सेहरी के बाद आपका रोज़ा शुरू हो जायेगा।
आपका दिनभर रोज़ा रहेगा जिसमे कुछ भी खाना मना किया गया है। अगर आप किस कारन से बीमार हैं तो आप रोज़ी करने के बारे में न सोचे तो आपके लिए अच्छा होगा। जब दिन ढल जाये, और रोज़ा खोलने का समय हो जाये, तब आप अपने परिवार या दोस्तोंके साथ इफ्तार करने के लिए बैठ जाईये।
जब आपकी सारी तैयारियां हो जाएगी, तब आप रोज़ा खोलने की दुआ जिसे इफ्तार की दुआ भी कहा जाता हैं, उसे पढ़े। हमने निचे उस दुआ को शेयर किया हैं, जिसे आप सबके साथ पढ़े और बाद में रोज़ा खोले।

اَللّٰهُمَّ اِنَّی لَکَ صُمْتُ وَبِکَ اٰمَنْتُ وَعَلَيْکَ تَوَکَّلْتُ وَعَلٰی رِزْقِکَ اَفْطَرْتُ
Allahumma inni laka sumtu wa bika aamantu wa a’lika tawakkaltu wa a’laa rizqika aftartu
अल्लाहुम्मा इन्नी लका सुम्तु व बिका आमंतु व अलैका तवक्कल्तु व अला रिज़्क़िका अफ्तरतु
हमने इफ्तार दुआ अरबिक में शेयर की हैं जिसे पढ़ना सबसे बेहतर माना जायेगा। ज्यादातर मुसलमान अरबिक नहीं पढ़े होते, इसलिए उनको अरबिक दुआ पढ़ने में दिक्कत होती हैं। ऐसे लोगों के लिए हमने इंग्लिश और हिंदी में इफ्तार की दुआ या रोज़ा खोलने की दुआ को शेयर किया हैं।
आपने दुआ को तो देख लिए अब उसके मतलब को जानते हैं। इसमें हम तर्जुमे के साथ हिंदी में दुआ का मतलब क्या हैं ये समझायेंगे।
O Allah! I fasted for you and I believe in you and I put my trust in You and I break my fast with your sustenance.
ऐ अल्लाह! बेशक मैं ने तेरे लिए रोज़ा रखा, और तुझ पर ईमान लाया, और तुझ पर भरोसा किया, और तेरे ही रिज़्क़ से इफ्तार किया।
Aye Allah! Beshak maine tere liye Roza rakha aur tuz par Iman laya, aur tuzpar bharosa kiya, aur tere hi Rizq se Iftar kiya.
हम जो इफ्तार की दुआ पढ़ते हैं, उसमे हम अल्लाह को याद करते हैं और बताते हैं की हमने तुम्हारे ऊपर भरोसा करके रोज़ा रखा हैं। हमने ईमान लाया और तुज़को गवाह मानकर हम इफ्तार करते हैं। इस दुआ को पढ़ने के बाद आप खजूर खाये और इफ्तार को शुरवात करे। इस दुआ को पढ़ने से आपका अल्लाह के ऊपर भरोसा बढ़ जाता हैं और आपको इसका इनाम भी मिलता हैं।
Iftar Time
आपने ये तो जान लिया की इफ्तार को किस तरह किया जाना चाहिए, अब जानते हैं की इफ्तार का समय कोनसा होता हैं। आपको बता दूँ की रोज़ा खोलने का समय मालूम होना बोहोत जरूरी हैं। अगर आपने इफ्तार के समय से पहले ही रोज़ा खोल दिया, तो आपका रोज़ा टूट जायेगा। ऐसे हालत में आपको वो रोज़ा फिरसे करना होगा।
इस चार्ट को हमने पुरे महीने के लिए बनाया हैं, जहाँ आपको १ मार्च से २९ मार्च तक इफ्तार का समय दिया गया हैं। इसे खुद देखके इफ्तार को शुरू करे और इसे शेयर करके अपने दोस्तोंकी भी मदद कर दे।
Date | Day | Iftar Time |
March 24 | Fri | 06:34 PM |
March 25 | Sat | 06:35 PM |
March 26 | Sun | 06:35 PM |
March 27 | Mon | 06:35 PM |
March 28 | Tue | 06:36 PM |
March 29 | Wed | 06:36 PM |
March 30 | Thu | 06:36 PM |
March 31 | Fri | 06:36 PM |
March 01 | Sat | 06:37 PM |
March 02 | Sun | 06:37 PM |
March 03 | Mon | 06:37 PM |
March 04 | Tue | 06:37 PM |
March 05 | Wed | 06:38 PM |
March 06 | Thu | 06:38 PM |
March 07 | Fri | 06:38 PM |
March 08 | Sat | 06:39 PM |
March 09 | Sun | 06:39 PM |
March 10 | Mon | 06:39 PM |
March 11 | Tue | 06:39 PM |
March 12 | Wed | 06:40 PM |
March 13 | Thu | 06:40 PM |
March 14 | Fri | 06:40 PM |
March 15 | Sat | 06:41 PM |
March 16 | Sun | 06:41 PM |
March 17 | Mon | 06:41 PM |
March 18 | Tue | 06:42 PM |
March 19 | Wed | 06:42 PM |
March 20 | Thu | 06:42 PM |
March 21 | Fri | 06:42 PM |
आप रोज़े मार्च महीने २४ तारीख से शुरू कर सकते हैं। पहले दिन इस्लाम के अनुसार आप रोज़ा रखिये और शाम के ६ बजकर ३४ मिनट के बाद इफ्तार को शुरू कर सकते हैं। इस्लामिक केलिन्डर के अनुसार २१ मार्च आपके रोज़े रखने का आखरी दिन हैं, जिसमे शाम के ६ बजे ४२ मिनट के बाद आप रोज़ा खोल सकते हैं।
ध्यान रहे हमने जो समय बताया हैं उससे पहले रोज़े न खोले, वरना आपके रोज़े नहीं माने जायेंगे। हम आशा करते हैं की आप रोज़े के बारे और किस तरह वो किया जाता हैं, इसके बारे जानकर हो गए होंगे।